जमशेदजी के जीवन के चार लक्ष्य
मुख्य रूप से उनकी निगाहें चार प्रमुख लक्ष्यों को पूरा करने पर टिकी थीं। इनमें भारतीयों को विज्ञान की शिक्षा प्रदान करने वाला एक विश्व स्तरीय शिक्षण संस्थान स्थापित करना, लोहा और इस्पात कंपनी, एक हाइड्रो-इलेक्ट्रिक प्लांट और अद्वितीय होटल स्थापित करना शामिल है। उन्होंने 1892 में हाइड्रो-इलेक्ट्रिक प्लांट और 1903 में मुंबई (तब बॉम्बे) में ताजमहल होटल की स्थापना की।